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LLB (Bachelor of Low) Kya Hai 

LLB( Bachelor of Low) course Kya Hai : एलएलबी कोर्स क्या है यहां से देख इसकी पूरी जानकारी। 

LLB (Bachelor of Low) Kya Hai 

एलएलबी जिसे बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव ला के नाम से जाना जाता है यह 3 साल का या 5 साल की अवधि का अंडरग्रैजुएट लॉ कोर्स है। जिसकी पढ़ाई क्रमशः स्नातक और 12वीं के बाद की जा सकती है बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव ला असल में विधि का एक बुनियादी पाठ्यक्रम है जिसमें छात्रों को पैसे में अपनी जाने वाली कानूनी प्रक्रियाओं के मामलों की तार्किक विश्लेषणात्मक और समालोचनात्मक समझ विकसित करने में मदद करता है। 

समाज के विविध सामाजिक और कानूनी मुद्दे को हल करने के लिए इस कौशल का उपयोग किया जाता है। 

अगर आप भी एलएलबी में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं लेकिन आपको इसकी पूरी जानकारी नहीं है तो आज का यह टॉपिक आप सभी ऐसे ही विद्यार्थी के लिए है। इसलिए आज के इस टॉपिक को आप सभी ध्यानपूर्वक अंत तक जरूर करें। 

एलएलबी कोर्स का फुल फॉर्म। 

एलएलबी का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ लॉ होता है। लब शब्द लेगम बेकालॉरियस से लिया गया है। किसी भी विषय में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाली उम्मीदवार 3 वर्षीय एलएलबी कोर्स को कर सकते हैं लेकिन 5 वर्षीय एलएलबी एक मृत विविध डिग्री है जिसकी पढ़ाई इंटरमीडिएट के बाद ही की जा सकती है। 

पाठ्यक्रम में काउंसलिंग ऑफ इंडिया द्वारा अनुमोदित कॉलेज द्वारा कराया जाता है। भारत में लो की प्रेक्टिस करने के लिए एलएलबी डिग्री धारक को बची द्वारा आयोजित की जाने वाली अखिल भारतीय परीक्षा में भी अर्हता प्राप्त करनी पड़ती है। 

3 वर्षीय बैचलर आफ लॉ को आमतौर पर 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है और छात्र बुनियादी कानून से शुरू करते हैं, वह धीरे-धीरे संवैधानिक विधि न्याय शास्त्र, आईपीसी, सीआरपीसी, आदि जैसे अन्य विषयों में प्रवेश करते हैं। 

एलएलबी कोर्स के फायदे। 

एलएलबी कोर्स के अनेकों फायदे हैं, इसके बारे में  आपको नीचे पॉइंट  बाय पॉइंट बताई गई है। 

  • आगे के शिक्षा के लिए ठोस आधार :-  इसके कई कोर्स छात्रों को कानून की पढ़ाई को व्यवसाय या लेखांकन के साथ-साथ अन्य डिग्री को लॉस से जुड़कर सख्त बनाने का काम करते हैं। 
  • नौकरी के बहुत से विकल्प :- वकील होने के अलावे विधि स्नातक विभिन्न क्षेत्रों जैसे मीडिया, अकादमी क्षेत्र, वाणिज्य और उद्योग, सामाजिक कार्य, राजनीति और अन्य क्षेत्रों में भी काम करने के लिए सशक्त उम्मीदवार बनाती है। 
  • वित्तीय स्थिरता :- डॉ की डिग्री तत्काल सफलता या बहुत बड़ी राशि की गारंटी भले नहीं देता है, लेकिन ऐसा होना तय है कि यह पैसे शब्द उपाधि उन लोगों की तुलना में अधिक कमाई और नौकरी की सुरक्षा प्रदान करती है, जिसके पास यह नहीं है। 

इत्यादि और भी लाभ आपको एलएलबी कोर्स करने के बाद मिल सकते हैं। 

भारत के प्रसिद्ध  एलएलबी कॉलेज। 

कुछ प्रसिद्ध कॉलेज के नाम आपको नीचे बताए गए हैं, जिसमें एलएलबी की पढ़ाई बहुत ही अच्छे से कराई जाती है। 

  • यूपीईएस, देहरादून
  • एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
  • मणिपाल यूनिवर्सिटी
  • एमएसआरआईटी, बैंगलोर
  • यूनाइटेड कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐड मैनेजमेंट, इलाहाबाद 
  • जीएनए यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा
  • बीएमएल मुंजल यूनिवर्सिटी, गुड़गांव
  • जीडी गोयंका यूनिवर्सिटी, गुड़गांव

एलएलबी कोर्स के लिए पात्रता। 

बैचलर ऑफ़ लॉ के पात्रता मापदंड कॉलेज में विभिन्न विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं विशेष रूप से न्यूनतम अंको से संबंधित पूरी जानकारी के लिए नीचे आपको प्वाइंट बाय पॉइंट विस्तार रूप से बताई गई है। 

  • तीन वर्षीय एलएलबी स्नातक के बाद क्या जाने वाला लो प्रोग्राम है, इसलिए लो की डिग्री के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त स्थान से बीए, बीकॉम, बीएससी, बीबीए, बीसीए, करना अनिवार्य है। 
  • योग्यता परीक्षा में न्यूनतम अंक भिन्न हो सकते हैं कुछ कॉलेजों में 50% की मांग करते हैं लेकिन अन्य कॉलेजों में केवल 45% की भी आवश्यकता होती है वहीं कुछ कॉलेजों में स्नातक की मांग करते हैं। 
  • अगर आयु सीमा की बात करें तो पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए इसकी कोई अधिकतम आयु सीमा तय नहीं की गई है। 
  • अन्य मामले में ऐसे उम्मीदवार जो स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के सेमेस्टर परीक्षा में उपस्थित हो रहे हैं वह भी कानून की डिग्री के लिए आवेदन कर सकते हैं लेकिन उन्हें कॉलेज द्वारा निर्धारित अन्य पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करने की आवश्यकता है। 

अगर आप भी एलएलबी कोर्स करना चाहते हैं तो आप में ऊपर दी गई पात्रता होनी चाहिए। 

एलएलबी के बाद करियर के ऑप्शंस। 

एलएलबी की डिग्री पूरी करने के बाद सफलता के जिस स्तर पर पहुंचा जा सकता है इसकी कोई भी सीमा निर्धारित नहीं है। पूर्व में स्वर्गीय राम जेठमलानी और अरुण जेटली जैसे वकीलों ने बहुत ही ख्याति पाई है, वहीं वर्तमान समय में हरीश साल्वे और आर्यमन सुंदरम जैसे दिग्गज प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। 

एलएलबी के डिग्री पूरी करने के बाद व्यक्ति कई तरह की भूमिकाएं जैसे ऑपरेटिव वकील, जज, कानूनी सलाहकार, कानूनी प्रबंधन, इत्यादि जैसे कामों में कम कर सकते हैं। 

कुछ सामाजिक कार्यकर्ता की भूमिका चुनते हैं और हासिल पर जीवन जीने वाले वर्ग के कानूनी अधिकारों के लिए लड़ते हैं। यह भूमिका बहुत लुभावनी भले ही ना लगे क्योंकि इसके लिए बहुत से बलिदान देने और सशक्तिशाली लोगों के सामने खड़े होने की आवश्यकता होती है लेकिन इस कार्य से मिलने वाली संतोष की कोई भी तुलना नहीं की जा सकती है। 

अगर आप भी एलएलबी के फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं लेकिन आप कोई एलएलबी कोर्स की पूरी जानकारी नहीं है तो आप ऊपर दिए गए टॉपिक को पढ़कर आसानी से एलएलबी कोर्स कर सकते हैं। 

 

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