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BTC Course Kya Hai

BTC Course Kya Hai : बीटीसी कोर्स क्या है। बीटीसी कोर्स से जुड़ी संपूर्ण जानकारी यहां से देखें। 

BTC Course Kya Hai

बीटीसी कोर्स शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सबसे ज्यादा पॉपुलर कोर्स में से एक है। भारत के किसी भी राज्य में शिक्षक बनने के लिए कुछ जरूरी कोर्स और एग्जाम्स देने पड़ते हैं। तभी जाकर आप एक अच्छे शिक्षक बन सकते हैं। शिक्षक बनने के लिए बीएड और बीटीसी कोर्स करना अनिवार्य है।

b.ed के बारे में तो अधिक स्टूडेंट्स को पता होगा लेकिन बीटीसी के बारे में बहुत से विद्यार्थी को नहीं पता होता है, इसलिए आज के इस टॉपिक में हम बीटीसी कोर्स के बारे में आपको बताने वाले है।  जैसे कि बीटीसी कोर्स क्या है, बीटीसी कोर्स के क्या फायदे हैं इत्यादि। जैसे बीटीसी कोर्स के क्वेश्चंस के बारे में आज हम आपको विस्तार रूप से इस टॉपिक में बताने वाले हैं। इसलिए अगर आप भी बीटीसी कोर्स करके टीचर बनना चाहते हैं, तो आज किस टॉपिक को आप सभी शुरू से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें। 

BTC Course Kya Hai

शिक्षा के क्षेत्र में एटीएस का फुल फॉर्म बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट होता है। बीटीसी जिसे डीएलएड के नाम से भी जाना जाते हैं। यह एक टीचर ट्रेनिंग सर्टिफिकेट कोर्स है जिसे पूरा करने के बाद आप प्राइमरी या जूनियर स्कूल में शिक्षक बन सकते हैं। प्राइमरी और जूनियर स्कूल में शिक्षक की ट्रेनिंग के लिए बीटीसी कोर्स को बनाया गया है लेकिन इस समय b.ed किए हुए कैंडिडेट भी प्राइमरी और जूनियर स्कूल के शिक्षक बन सकते हैं। 

BTC के लिए योग्यता। 

बीटीसी / डीएलएड के लिए सभी अलग-अलग राज्य में अलग-अलग योग्यता होती हैं। अधिकतर राज्यों द्वारा माननीय सामान्य योग्यता भी होती है जिसके बारे में आपको नीचे प्वाइंट बाय पॉइंट बताई गई है। 

  • बीटीसी / डीएलएड करने के लिए कैंडिडेट मान्यता प्राप्त किसी भी बोर्ड से 12वीं में पास होना चाहिए। 
  • बीटीसी में प्रवेश करने के लिए 12वीं के अलावे किसी भी सरिता से ग्रेजुएशन को पूरा करना होगा। 
  • बीटीसी में प्रवेश करने के लिए विभिन्न राज्यों में आयु सीमा भी निश्चित है जैसा कि उत्तर प्रदेश में 18 से 35 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई है।
  • इसी प्रकार सभी राज्यों में अलग-अलग प्रकार की योग्यता होती है। 

BTC में एडमिशन करने की प्रक्रिया और बीटीसी कैसे करें।

अलग-अलग राज्यों में बीटीसी यानी कि डीएलएड में एडमिशन के लिए प्रवेश की प्रक्रिया भी अलग-अलग होती है। आमतौर पर बीटीसी में एडमिशन लेने  के लिए 12वीं में पास होना और किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करना अनिवार्य है। 

कुछ राज्यों में बीटीसी कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसके बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर बीटीसी कॉलेज में एडमिशन मिलता है। 

BTC कोर्स कितने साल का होता है।

बीटीसी कोर्स 2 साल का होता है, जिसमें मुख्य रूप से सिखाया जाता है कि प्राइमरी स्तर के बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है, और इस कोर्स में बच्चों को पढ़ने के विभिन्न तरीके बताए जाते हैं, साथ ही सामान्य विषय के बारे में भी बताया जाता है। 

BTC में कितने सब्जेक्ट होते हैं। 

बीटीसी कोर्स के अंतराल में अध्यापन के तरीकों के अलावा शैक्षणिक योग्यता के लिए कुछ विषय भी पढ़ाई जाते हैं जिसमें कुछ विषय के ऑप्शंस भी होते हैं। बीटीसी कोर्स सेमेस्टर आधारित होता है लेकिन विभिन्न राज्यों में सेमेस्टर की संख्या दो या चार होती है, लगभग सभी राज्यों में बीटीसी का सिलेबस एक जैसा ही होता है। बीटीसी में सेमेस्टर के आधार पर निर्धारित सब्जेक्ट पढ़ते पढ़ते हैं जिसमें से सामान्य विषय के बारे में आपको नीचे प्वाइंट बाय पॉइंट बताई गई है। 

  • सामाजिक अध्ययन
  • गणित
  • हिंदी
  • अंग्रेजी
  • विज्ञान

इत्यादि और भी सब्जेक्ट्स के बारे में एटीएस कोर्स में बताया जाता है। 

BTC के बाद क्या करें। 

बीटीसी करने के बाद आप प्राइमरी और जूनियर स्कूल के शिक्षक बन सकते हैं। सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल, कोचिंग संस्थान, में शिक्षक के तौर पर आप जब भी कर सकते हैं। लेकिन सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने के लिए बीटीसी के बाद सीटेट क्वालिफिकेशन भी करना पड़ता है।

बीटीसी ओड सीटेट पास किए हुए कैंडिडेट सरकार द्वारा प्राइमरी और जूनियर स्कूल में शिक्षक के लिए निकल गई वैकेंसी में आवेदन कर सकते हैं। प्राइमरी स्तर पर ज्यादा संख्या में वैकेंसी निकाली जाती है जिस वजह से भी टच किए हुए कैंडिडेट के लिए जॉब के अधिक अवसर होते हैं। 

BTC करने के फायदे। 

बीटीसी करने के बाद आपको अनेकों फायदे हैं, इसके बारे में आपको नीचे बताई गई है। 

  • बीटीसी करने के सबसे बड़े फायदे यह है कि आप प्राइमरी या जूनियर स्कूल में सरकारी शिक्षक  बन सकते हैं। 
  • बीटीसी के बाद शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी नौकरी की अधिक संभावना होती है। 
  • सरकारी नौकरी के अलावा प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में भी शिक्षक के तौर पर जॉब कर सकते हैं। 
  • कोचिंग संस्थान में शिक्षा की या फिर स्टूडेंट काउंसलर भी बन सकते हैं। 

इत्यादि। और भी फायदे बीटीसी कोर्स करने के के बाद आपको मिल सकते हैं। 

BTC की तैयारी कैसे करें। 

ऐसे छात्र जोश एजुकेशन के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उन्हें शुरुआत से ही निर्धारित कर लेना चाहिए कि उन्हें भविष्य में बीटीसी करना है या नहीं। क्योंकि विभिन्न राज्यों में काउंसलिंग के जरिए एडमिशन मिलता है जिसमें दसवीं, बारहवीं और ग्रेजुएशन के मार्क्स के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता है। 

अगर आप भी किसी खास कॉलेज से बीटीसी करना चाहते हैं, तो आप उसे कॉलेज के द्वारा डीएलएड/ बीटीसी के प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर उसे कॉलेज में अपना एडमिशन करा सकते हैं। 

अगर आप भी बीटीसी कोर्स करना चाहते लेकिन आपको इसकी पूरी जानकारी नहीं पता है तो ऊपर दिए गए टॉपिक को ध्यान पूर्वक अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें बीटीसी से जुड़े सभी जानकारियां विस्तार रूप से बताई गई हैं। 

 

 

 

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